नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मा-सम्बुद्धस्स

जीवनी

धम्मपथ पर चलते हुए अनेक भिक्षुओं ने कठिनाइयों का सामना किया, पर विपरीत परिस्थितियाँ भी उनके ब्रह्मचर्य और साधना को डिगा न सकीं। उनके जीवन, दीप की तरह, अंधकार में राह दिखाते हैं — साहस, धैर्य और निर्वाण के संकल्प की प्रेरणा देते हैं। प्रस्तुत हैं उन महापुरुषों की जीवनी, जिन्होंने अपने तप से धम्म की लौ जलाए रखी!

आचार्य मन
आचार्य मन जीवनी
भंते आचार्य महाबूवा ञाणसंपन्नो | १९७१ | थायलैंड

एक क्रांतिकारी और रोचक जीवनी, जिसने निर्वाण के प्रति निराशावादी दृष्टिकोण को चुनौती दी। अजाह्न मन ने अपनी कठोर साधना से यह सिद्ध किया कि संबोधि प्राप्ति अभी भी संभव है।

बनभंते जीवनी
श्रावकबुद्ध बनभंते जीवनी
शोभित भिक्खु | ८ जनवरी, २०१२ | बांग्लादेश

पूज्य बनभन्ते का जीवनी प्रेरणा और समर्पण का प्रतीक है, जो न केवल बांग्लादेश बल्कि पूरे विश्व के बौद्धों के लिए एक अनमोल धरोहर है। अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए, उन्होने अपने ब्रह्मचर्य को परिशुद्ध रखा और अंतिम मंजिल पर पहुँच कर ही दम लिया।

मे ची क्यु
मे ची क्यु
भिक्खु डिक सीलरतनो | २०१७ | अमेरिका

मे ची क्यु आधुनिक युग की कुछ ज्ञात महिला अरहंतों में से एक हैं। उनका अस्तित्व इस बात का प्रमाण है कि बुद्धत्व की परम उपलब्धि—जाति, लिंग या वर्ग की परवाह किए बिना—आज भी सभी जीवों के लिए संभव है।

आचार्य ली की आत्मकथा
आचार्य ली की आत्मकथा
लेखक: आचार्य ली | अनुवादक: थानिस्सरो भिक्खु

आचार्य ली धम्मधरो २०वीं सदी के थाई अरण्य परंपरा के महान ध्यान आचार्यों में से एक थे। उनकी साधना, निपुणता, और आध्यात्मिक शक्तियाँ अद्वितीय थीं। आचार्य साओ और आचार्य मुन द्वारा स्थापित इस परंपरा में जहाँ अधिकांश भिक्षु जंगलों में तपस्या करते थे, वहीं आचार्य ली ने इसे समाज की मुख्यधारा तक पहुँचाया।